- शुक्रवार की शाम चांद के दीदार के बाद शनिवार को पूरे जोश ए खरोश एवं उल्लास के साथ ईद का त्यौहार मनाया गया
आज देश भर में ईद-उल-फितर का पर्व की रौनक है।
शनिवार की सुबह देश भर के विभिन्न शहर से लेकर गांव तक की मस्जिदों एवं ईदगाहों में निर्धारित समय पर ईद की नमाज अदा की गई। नमाज के बाद वहां उपस्थित लोगों ने एक दूसरे से गले मिलकर ईद की मुबारक दी, साथ ही देश में अमन एवं चैन की कामना की। ईद को लेकर सभी वर्गों में उत्साह था, वही विशेष रूप से बच्चे काफी खुश थे।
मौके पर नए-नए कपड़े पहन बच्चों ने भी ईद की नमाज अदा कर एक दूसरे को गले लगाते हुए बधाइयां दी। इस मौके पर लोगों ने एक-दूसरे को घर जाकर बधाई देते हुए सवैया खाई।
ईद-उल-फितर को मीठी ईद क्यों कहते है :
आपको बताते चलें कि ईद को मीठी ईद इसलिए कहा जाता है, क्योंकि इस मौके पर लोग नए कपड़े पहनकर एक-दूसरे को सेवइयां खिलाते हैं, साथ ही मस्जिदों में आने वाले भविष्य और परिवार के लिए दुआ भी मांगते है। मुस्लिम धार्मिक मान्यताओं की मानें तो, पैगंबर हजरत मुहम्मद ने सन् 624 ईस्वी में बद्र की लड़ाई में जीत हासिल की थी। इसी की खुशी में उन्होंने ईद-उल-फितर मनाया और लोगों का मुंह मीठा किया, जिसके बाद से आज के दिन को मीठी ईद कहा जाता है। यहां पर इस मौके पर जकात यानी दान देने का भी बहुत महत्व है।