मधुबनी जिले के नरहिया में आज भामाशाह जयंती मनाई गई, जिसमे हजारों की संख्या में वैश्य समाज के प्रतिनिधियों ने भाग लिया.
जब तक समाज संगठित नहीं होगा, हमें उचित राजनीति भागीदारी नहीं मिल सकता है। उपरोक्त बातें मधुबनी जिला के नरहिया में राष्ट्रभक्त शूरवीर दानवीर भामाशाह जयंती समारोह में मुख्य अतिथि पद से बोलते हुए भाजपा के बरिष्ठ नेता तथा पूर्व बिधान पार्षद लाल बाबू प्रसाद ने कही। आगे उन्होंने कहा कि हमारी आवादी विहार में 8प्रतिशत है। यादव, कुशवाहा के बाद सबसे अधिक तेली की आवादी हैं। उन्होंने कहा कि हम से कम आवादी मल्लाह(निषाद) पार्टी बना सकते हैं, लेकिन उन जाति में एकता हैं। लाल लालू प्रसाद ने कहा है कल तक हम किसी पार्टी का बंधुआ मजदूर वने रहेंगे। उन्होंने कहा कि एक रोटी कम खायें, लेकिन बच्चो को अवश्य पढ़ावें, तभी हमें अति पिछड़ा वर्ग का लाभ मिल सकता है।
इस कार्यक्रम में पूर्व बिधान पार्षद सुमन कुमार महासेठ ने कहा कि भामा शाह ने अकबर से महाराणा प्रताप को अधीनता नहीं स्वीकार करें, इसलिए अपनी सारी संपत्ति दान कर दी। अकबर महान क्यों? भामा शाह महान क्यों नहीं? इतिहासकारों ने हम से भेदभाव किया।
इस अवसर पर भाजपा झंझारपुर के जिला अध्यक्ष ऋषिकेश राघव ने कहा कि आगामी में तेली समाज का जिला सम्मेलन आयोजित की जाएगी। उन्होंने नरहिया में भामा शाह की प्रतिमा अपने खर्च पर लगाने की मंच की घोषणा की।
वहीं, प्रमोद प्रियदर्शी की अध्यक्षता में संपन्न इस कार्यक्रम में नरेंश साह, मुकेश कुमार नंदन, सुभाष घाटे, लालवावू साह,शिव कुमार प्रसाद, अधिवक्ता कृष्ण देव प्रसाद,राजेश कुमार साह,भूपाल भारती सहित कई लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम में गांव गांव से हजारों की संख्या में लोग आये थे।