- शिक्षक विहीन है प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय
- अन्यत्र अध्ययन के लिए बीइओ ने टीसी देने पर लगाई रोक
- निर्धन एवं कमजोर वर्ग के छात्र छात्राओं का भविष्य अंधकार मे
मधुबनी जिले के कलुआही प्रखंड में उच्च शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह चौपट है।प्रखंड के ग्यारह पंचायतों में मध्य विद्यालय को उत्क्रमित उच्च विद्यालय का दर्जा दिया गया है। उत्क्रमित उच्च विद्यालय का दर्जा तो दे दिया गया, लेकिन शिक्षकों की पदस्थापना/ नियुक्ति नहीं की गई है, जिससे शिक्षक के बिना सिर्फ कागज पर स्कूल चल रहा है। मध्य विद्यालय से निकलने वाले छात्र/छात्राओं को 9वीं एवं 10वीं कक्षा में एचएम द्वारा जबर्दस्ती नामांकन कर लिया जाता है और नामांकन के बाद स्कूल में पठन-पाठन का कार्य ठप रहता है। पढ़ने के लिए छात्र/छात्रा यत्र तत्र भटकता रहता है, या अन्यत्र अध्ययन करने के लिए स्कूल के एचएम द्वारा टीसी भी नहीं दिया जाता है, जिससे छात्र-छात्राओं का भविष्य अंधकार में है। इससे छात्र छात्रा के अभिभावकों में आक्रोश है। उत्क्रमित उच्च विद्यालय बेलाही का सुसज्जित भवन बना हुआ है, जो मध्य विद्यालय से उत्क्रमित उच्च विद्यालय एक किलोमीटर की दूरी पर है, लेकिन वहां एक भी शिक्षक नहीं है। शिक्षक विहीन स्कूल है, यही नही मध्य विद्यालय के आठवीं एवं नौवीं कक्षा से निकलने वाले छात्र छात्राओं को अन्यत्र अध्ययन के लिए एचएम द्वारा स्थानांतरण प्रमाण पत्र भी नहीं दिया जाता है। इससे उच्च वर्ग एवं संपन्न परिवार के छात्र-छात्रा कोचिंग एवं ट्यूसन पढ़कर तो निकल जाता है, लेकिन गरीब एवं दलित पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं का भविष्य अंधकार में रह जाता है, जिससे कई छात्र/छात्रा मैट्रिक पास नहीं कर पाता है।
इस संबंध में उत्क्रमित उच्च विद्यालय बेलाही के प्रभारी एचएम बेबी कुमारी से जब पूछा गया तो उन्होंने बताया की बीईओ द्वारा छात्र छात्राओं को टीसी नहीं देने का मौखिक आदेश दिया गया है। इसके बाद उसने अपनी मोबाइल से बीईओ से बात कराई, तो बीइओ योगेन्द्र कुंवर ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया की डीईओ साहब मौखिक के आदेश पर टीसी देने पर रोक लगा हुआ है। इस संबंध में जब संबंध में प्रभारी डीईओ कुंदन कुमार से पूछा गया, तो उन्होंने इससे अनभिज्ञता जाहिर की और उन्होंने कहा कि इसकी विस्तृत जानकारी के लिए डीपीओ एमडीएम प्रभारी से संपर्क करें। इस संबंध में जब डीपीओ एमडीएम प्रभारी से संपर्क किया गया, तो उन्होंने भी इस बात से अनभिज्ञता जाहिर किया, साथ ही उन्होंने कहा ठीक है, इसे हम देखते हैं।