मधुबनी जिले के जयनगर अनुमंडल मुख्यालय होकर गुजरने वाली एनएच-227 निर्माण कार्य में हो रहे विलंब के कारण स्थानीय लोगों में विभाग के प्रति रोष व्याप्त है। हालांकि विभागीय अधिकारी ने कार्य में विलंब को निर्माण कार्य मजबूत होने की बात बताई हैं।
बता दें कि जयनगर शहर के पटना गद्दी चौक से शहीद चौक तक जाने वाली मुख्य सङक एनएच-227 का विभाग के द्वारा ऐजेंसी के माध्यम से निर्माण कार्य कराया जा रहा है।
मुख्य सङक पर वाहनों का अधिक दबाव होने के कारण कार्य ऐजेंसी के द्वारा लगभग दो सप्ताह पूर्व ही सङक को जाम कर दिया गया, जिस कारण अन्य सङकों पर प्रतिदिन घंटों जाम की समस्याएं देखने को मिलता है। हालांकि ऐजेंसी की लापरवाही का नतीजा है कि सङक निर्माण कार्य इन दिनों कछुआ चाल कराया जा रहा है। इस बाबत स्थानीय स्थानीय मो. चिरागउद्दीन, मनोज कुमार, संतोष ठाकुर, चूननू सिन्हा समेत अन्य ने बताया कि सङक निर्माण कार्य होना अच्छी बात है, लेकिन निर्माण ऐजेंसी तो कार्य रात के अंधेरे में करा रहा है। उसे क्या पता इन दिनों के भीषण गर्मी में दुकानदार कैसे रहते हैं। लोगों ने विभाग की उदासीनता पर सवाल उठाते हुए कहा कि कार्य ऐजेंसी के द्वारा दिन में उक्त सङक पर पानी का छिङकाउ नहीं किया जाता, जिस कारण पूरा क्षेत्र प्रदुषित बना हुआ है। करीब दो सप्ताह से सङक निर्माण हेतु जाम किए जाने से दुकानदारी प्रभावित होने के साथ पूरे इलाके में हवा के साथ धूल उङने के कारण वातावरण प्रदुषित हो रहा है। कार्य ऐजेंसी रात में जब निर्माण कार्य करता है, तो कार्य में इतना विलंब क्यों लगाया जा रहा है? ऐजेंसी के द्वारा सङक पर पानी का छिङकाउ नहीं करने से पूरा क्षेत्र प्रदुषित हो रहा है, जिससे लोगों को सांस लेने में परेशानी होती है।
इस संदर्भ में पूछे जाने पर एनएच के सहायक अभियंता अनिमेश कुमार ने मोबाइल पर बताया कि निर्माण ऐजेंसी को कह कर पानी का छिङकाउ और सङक निर्माण कार्य में अविलंब कराने की बात कही, ताकि यातायात बहाल हो सके। जबकि उक्त सङक पर नेपाली गिट्टी के उपयोग किए जाने पर मामले की जांच कराने की बात कही है।
बरहाल जो भी हो पर निर्माण एजेंसी के कारण आम लोगों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।
