जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा ने बढ़ती गर्मी को दरखते हुए उससे निपटने की तैयारी, भूजलस्तर,चापाकलों की वर्तमान स्थिति जिले में बाढ़ पूर्व तैयारियो आदि को लेकर जिले जिला स्तरीय सभी संबधित अधिकारियों के साथ बैठक कर विस्तृत समीक्षा किया। जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में बढ़ती गर्मी की स्थिति एवं उससे निपटने हेतु की जाने वाली तैयारियों को लेकर कार्यपालक अभियंता पीएचईडी,नगर आयुक्त,मधुबनी को कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने भूजलस्तर पर लगातार निगाह रखने,खराब चापाकलों की अविलम्ब मरम्मती के निर्देश दिए। उन्होंने सभी चिन्हित 19 स्थानो पर लगातार टैंकर से जलापूर्ति करते रहने का निर्देश दिया। समीक्षा क्रम यह पाया गया कि वर्तमान में मधुबनी शहरी क्षेत्रों में 20 स्थान सहित जिले में कुल 323 स्थानो पर प्याऊ की व्यवस्था की गई है। जिलाधिकारी ने कहा कि अगलगी की घटनाओं के आलोक में इससे बचाव को लेकर लगातार जागरूकता अभियान चलाते रहे। समीक्षा के क्रम में यह पाया गया कि अभी तक अगलगी की घटनाओं में तीन लोगों की मृत्यु हुई है,जिसमे एक मृतक के आश्रित को 4 लाख रुपये राहत राशि प्रदान कर दी गई है। जिलाधिकारी ने शेष दो मृतकों के निकटतम आश्रित को दो दिनों के अंदर भुगतान करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा की हरहाल में आपदा पीड़ितों को ससमय राहत राशि प्रदान करना सुनिश्चित करे। बाढ़ पूर्व तैयारी की समीक्षा के क्रम में डीएम ने कहा कि ससमय पूरी तैयारी के द्वारा ही हम बाढ़ के प्रभाव को कम से कम कर सकते है।
जिलाधिकारी ने कहा कि सभी अंचल अधिकारी ये सुनिश्चित करें कि निजी नाव चालकों को विगत वर्षों की बकाया राशि का भुगतान ससमय कर दे।उन्होंने कहा कि आवश्यकता का आकलन करते हुए और भी निजी नावों के लिए एकरारनामा की तैयारी कर ले। मरम्मती योग्य सरकारी नावों का अविलम्ब मरम्मती करवा लें।
उन्होंने स्थाई बाढ़ आश्रय स्थल के साथ साथ बाढ़ राहतस्थल, शिविर,सामुदायिक रसोई, का शीघ्र भौतिक सत्यापन कर लेने का निर्देश दिया। उन्होने कहा की बाढ़ आश्रय स्थल में पेय जल ,शौचालय आदि मूलभूत व्यवस्थाएं का भौतिक सत्यापन कर ले। उन्होंने कहा कि बाढ़ संभावित क्षेत्रों में तैयारियों से जुड़े सभी स्तर के लोगों,जनप्रतिनिधियों आदि के नाम और उनके मोबाइल नंबर सहित एक ठोस संचार प्लान बना बना ले,साथ हीं उसकी एक प्रति जिला आपदा प्रबंधन शाखा को भी भेज दे। पुल-पुलिया के नीचे भेंट की सफाई की समीक्षा के क्रम में यह पाया गया कि कुल 8846 भेंट में से 5438 भेंट की सफाई हो चुकी है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि भेंट की सफाई 31 मई के पूर्व हर हाल में करवाना सुनिश्चित करें
उन्होंने सिविल सर्जन, मधुबनी को निर्देश दिया कि,हीट वेव, बाढ़ राहत कार्य से जुड़ी आवश्यक दवाइयों का समय से स्टॉक कर ले। इनमे सभी जीवन रक्षक दवा,हेलोजन की गोलियां , ब्लीचिंग पाउडर आदि भी प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हों।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि जिले के सभी बाढ़ संभावित क्षेत्रों के बाल विकास परियोजना पदाधिकारी द्वारा सभी आंगनवाड़ी केंद्रों से उनके पोषक क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं, नवजात शिशुओं और गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों की सूची प्राप्त की जाए और जिला आपदा प्रबंधन शाखा को समर्पित की जाए,ताकि, संभावित बाढ़ की विभीषिका के दौरान उन तक पर्याप्त सहायता पंहुचाई जा सके। उन्होंने जिले के सभी अनुमंडल पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे सभी अपने क्षेत्राधीन बांधो का निरीक्षण पूर्ण कर रिपोर्ट करे। यदि किसी स्थान पर उन्हें बांध की वर्तमान संरचना में कोई त्रुटि दिखाई दे तो अविलंब संबधित अभियंता से समन्वय कर उसका त्वरित समाधान कर ले। उक्त बैठक में अपर समाहर्ता, नरेश झा, प्रभारी जिला आपदा प्रबंधन शाखा सह जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, परिमल कुमार, सिविल सर्जन, प्रभारी जिला शिक्षा पदाधिकारी, मधुबनी, सहित अन्य वरीय अभियंता व पदाधिकारी आदि उपस्थित थे।