जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा की अध्यक्षता में मंगलवार देर शाम समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिला कृषि टास्क फोर्स की बैठक आयोजित हुई।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि ई के वाई सी नहीं कराने वाले किसान की अगली किस्त का भुगतान अब नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा योग्य लाभुक किसानों को कृषि कार्य के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करने के निर्देश हैं। ऐसे में ई के वाई सी कराया जाना अत्यंत आवश्यक है।
उन्होंने जिले में मखाना उत्पादन को प्रश्रय देने के उद्देश्य से उन किसानों तक सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जा रही योजनाओं की जानकारी प्रेषित करने के निर्देश दिए हैं, जो मखाना उत्पादन के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अब उन्नत तकनीक से परती खेतों में भी मखाना उत्पादन कर अधिक से अधिक कमाई की जा रही है। ऐसे में अधिक से अधिक कृषकों को मखाना में नवाचार से जोड़ने की जरूरत है। इसके लिए उन्होंने किसानों को जिला कृषि कार्यालय से संपर्क करने का आह्वान भी किया है।
बैठक के दौरान जिले को दुग्ध उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से किए जा रहे सर्वे की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में दुग्ध उत्पादन की अपार संभावनाएं हैं। ऐसे में समूह बनाकर किसानों के दुग्ध उत्पादन क्षमता का सही इस्तेमाल कर जिले को दुग्ध उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है। उन्होंने कंफेड से उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिया कि दूध उत्पादन करने वाले पशुधन का विस्तृत और सटीक सर्वे का काम जल्द से जल्द पूरा किया जाए। ताकि जिले को दुग्ध उपभोक्ता की श्रेणी से ऊपर उठकर, दुग्ध उत्पादक की श्रेणी में लाया जा सके।
उनके द्वारा जिला सांख्यिकी पदाधिकारी को गेहूं के प्रति हेक्टेयर उत्पादन का कृषि वर्ष 2022/23 रबी गेहूं फसल कटनी प्रयोग को पोर्टल पर शत प्रतिशत अपलोड करने में जिले का राज्य में अव्वल स्थान प्राप्त करने पर टीम सहित बधाई दी गई।
जिलाधिकारी द्वारा खरीफ विपणन मौसम वर्ष 2022/23 अंतर्गत धान/ चावल एवं रबी विपणन मौसम वर्ष 2023/24 अंतर्गत गेंहू अधिप्राप्ति की समीक्षा भी की गई।
उन्होंने उन नलकूपों के बारे में भी जानकारी ली जिन्हें किसी कारण से अब तक विद्युत संबद्धता प्राप्त नहीं हो सकी है।
उक्त अवसर पर जिला आपूर्ति पदाधिकारी वंदना कुमारी, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी शंभू प्रसाद यादव, जिला प्रबंधक राज्य खाद्य निगम, पंकज कुमार श्रीवास्तव, सहायक निदेशक एग्रोनॉमी, राकेश कुमार सहित जिले के सभी प्रखंडों के प्रखंड कृषि पदाधिकारी व अग्रणी किसान उपस्थित थे।
