मधुबनी जिले के राजनगर इस्तिथ 18वीं वाहिनी एसएसबी मुख्यालय राजनगर के द्वारा उत्क्रमित मध्य विद्यालय के परिसर में सशस्त्र सीमा बल के सभी अधिकारियों एवं जवानों ने मिलकर आज पेड़ लगाने का कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वही कार्यक्रम के दौरान 18वीं बटालियन मुख्यालय राजनगर के निरीक्षक प्रशासन राजपाल ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि आज जिस तरह से प्रदूषण में बेतहाशा वृद्धि हो रही है, उसी के अनुरूप पर्यावरण को बचाने हेतु हर मनुष्य प्राणी को पेड़ लगाना चाहिए। पर्यावरण के प्रति वैश्विक स्तर पर जागरूकता लाने के लिए मनाया जाता है। इस कार्यक्रम के तहत इस कार्यक्रम के तहत समाज के लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए उत्क्रमित माध्य विद्यालय के परिसर में विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधा लगाया गया। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि इस कार्य को निरन्तर जारी रखा जायेगा।
इस दौरान पर्यावरण संरक्षण के लिए सशस्त्र सीमा बल के पदाधिकारियों एवं जवानों ने मिलकर विभिन्न प्रकार के पौधे लगाए जिसमें अमरूद, जामुन, अशोक और महोगनी आदि के पौधे लगाए।
आज इस मौके पर सहायक उप निरीक्षक मुकेश चंद्रा ने कहा कि पेड़-पौधे हमारे जीवन की सपत्ति हैं, पेड़-पौधे जलवायु को संतुलित रखते हैं।
वहीं इस मौके पर मुख्य आरक्षी करण सिंह ने बताया कि वृक्ष लगाने से पर्यावरण दूषित होने से बचेंगे। मनुष्य द्वारा निकाली गयी जहरीली कार्बनडाइ ऑक्साइड को वृक्ष स्वयं शोषित कर जीवन दायी ऑक्सीजन देते हैं। इसलिए वृक्षों की रक्षा करना, पौधों को लगाना महत्वपूर्ण कार्य हैं।
वही इस मौके पर 18वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल के मुख्य आरक्षी रामा शंकर ने बताया कि एक पेड़ सौ पुत्र के बराबर होता है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि पर्यावरण हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, क्योंकि कि पर्यावरण से हम सभी प्राणी भोजन, पानी, हवा प्राप्त करते हैं। इस प्रकार हमारे जीवन के गुणवत्ता हमारे पर्यावरण पर निर्भर करती हैं। इस लिए हमारे देश के प्रत्येक नागरिक का कर्त्तव्य है कि कम से कम एक पौधा लगाकर पर्यावरण को संतुलित रखने में अपना योगदान दे।
इस अवसर सशस्त्र सीमा बल निरीक्षक प्रशासन राजपाल,सहायक उप निरीक्षक मुकेश चंद्रा, मुख्य आरक्षी कारण सिंह, सामान्य आरक्षी अमित कुमार, मुख्य आरक्षी रामा शंकर, विद्यालय के प्रधानाध्यापक, शिक्षक, शिक्षिका, बच्चों एवं एसएसबी के कई अधीनस्थ अधिकारी व पदाधिकारी समेत जवानों ने बढ़ चढ़कर विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर इस बृक्षारोपण में हिस्स लिए।