
मधुबनी जिले के बेनीपट्टी प्रखंड क्षेत्र में शुक्रवार की देर शाम आये आंधी-तूफान से बेनीपट्टी में व्यापक पैमाने पर क्षति हुई है। कई लोगों के घर के एस्बेस्टस उड़ गये, तो कई जगहों पर बीच सड़क पर बिजली का पोल गिर पड़ा।
मिली जानकारी के अनुसार करहारा पंचायत के वार्ड 12 में सात निश्चय योजना के तहत नल जल योजना की पानी टंकी मीनार से नीचे दूर जा गिरी। गनीमत था कि मीनार वाला स्ट्रक्चर रूम के पास बने रंजीत यादव के पशु शेड में एक शादी समारोह का भोजन व नास्ता तैयार कर रहे चार मजदूर बाल-बाल बच निकले।
बताया जा रहा है कि हीरा यादव की पुत्री की बारात आनेवाली थी, जिसके लिये रसोइया उसी कमरे में खाना व नास्ता तैयार कर रहे थे। जहां देर शाम करीब साढ़े 8बजे नल-जल योजना के पानी टंकी धराम से पशु शेड पर आ गिरा और पशु शेड से होते हुए करीब 50 फुट दूर जाकर एक खेत में गिरी।
वहीं मीनार पर लगी दूसरी टंकी भी उलट पुलट गयी लेकिन वह नीचे नही गिरी।
बता दें कि जलमीनार के टंकी रखे स्थल पर रेलिंग नही थी। सीएम सात निश्चय योजना में हुई गड़बड़ी की भी पोल इस पहली आंधी ने खोल दी है।
वहीं करहारा गांव में ही साधु यादव के घर पर रखे चदरा, नीरज यादव के घर के छत से एस्बेस्टस व मोसमात पानो देवी के घर के छत पर रखे एस्बेस्टर और बांस के कमाची की बनी टाट भी ध्वस्त हो गयी।
वहीं मेघवन पंचायत के वार्ड 08 में करीब आधा दर्जन लोगों के आवासीय घर के छप्पड़ उड़ गये, जिससे लोगों को घर से बाहर ही रात गुजारा करना पड़ा।
मिली जानकारी के अनुसार मेघवन के गुलरिया टोल के वार्ड सदस्य ननकी देवी के घर सहित रघुवीर सहनी, तिलक सहनी, हरिदेव सहनी, लालजी सहनी, अनिल सहनी समेत अन्य लोगों के घर का छप्पड़ उड़ गया। पीड़ितों ने बताया कि आंधी के साथ बारिश शुरू होते ही घर के छप्पड़ पर रखे टीन का एस्बेस्टस व फूस का छप्पर उड़ गया। कई लोगों ने बताया कि आंधी इतनी तेज थी कि घर में रखा सामान भी सुरक्षित नही कर सके। घर में रखा अनाज, कपड़ा, बच्चों का किताब-कॉपी पानी में बर्बाद हो गया। लोगों ने बताया की पूरी रात वे लोग घर से बाहर किसी तरह गुजारे हैं। मनपौर पंचायत के दूरगौली गांव में जल नल योजना की टंकी गिर कर जमींदोज हो गया है। मेघवन पंचायत के वार्ड 3 में नल जल योजना के पानी की टंकी दूर जा गिरी तो इसी पंचायत के वार्ड 10 में पानी टंकी के साथ लोहे का डाला गया रेलिंग भी टूट गया है। जलापूर्ति चालू करने का पाइप भी टूट कर खेत में बिखड़ा हुआ है। इस कारण जलापूर्ति भी अभी बाधित है। लोगों ने टंकी उर जाने पर बताया कि आंधी में टूटना ही होता तो सभी टंकी उड़ जाती, लेकिन, ऐसा नहीं हुआ। लोगों की माने तो अधिकांश नल जल योजना ठप है और नियमित रूप से जलापूर्ति नही होती है। इस बाबत बीओइआरओ गौतम आनंद ने बताया है कि जिन वार्डों में नल-जल योजना की टंकी गिरी है, वहां फिर से टंकी अविलंब लगवायी जायेगी।