मधुबनी नगर के आर.के. कॉलेज में छात्र संघर्ष समिति के द्वारा छात्र-छात्राओं ने ज्वलंत मांगों को लेकर महाविद्यालय में तालाबंदी कर धरना प्रदर्शन किया। छात्रों ने प्रधानाचार्य पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा की महाविद्यालय के खाते में पूर्व से जमा अरबों रुपए की नाजायज तरीके से लूट खसोट कर लिया गया है। इस कार्यक्रम में छात्र संघर्ष समिति के हजारों छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।
धरना प्रदर्शन एवं तालाबंदी का नेतृत्व विपिन यादव, राहुल पासवान, चंदन यादव, विजय कुमार ने संयुक्त रूप से किया। धरना की अध्यक्षता छात्रसंघ अध्यक्ष राहुल पासवान ने किया। संगठन के वरिष्ठ नेता ब्रह्मदेव यादव ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि जब से प्रधानाचार्य के पद पर डॉ० अनिल कुमार मंडल महाविद्यालय में आए हैं। तब से महाविद्यालय के खाते में पूर्व से जमा सभी मद के अरबों रुपये को लूट-खसोट कर खाते को बिल्कुल खाली कर दिया है। प्रधानाचार्य विभाग के सभी नियमों को ताक पर रखकर विभिन्न मद में अरबों रुपैया का लूट-खसोट कर गबन किया गया है। उन्होंने यह भी कहा की प्रधानाचार्य द्वारा छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। महाविद्यालय में पठन-पाठन में बिल्कुल भी नही होती है। उनका सिर्फ एकमात्र उद्देश्य महाविद्यालय में जमा रुपए को लूट-खसोट करना है।
वही छात्र संघ अध्यक्ष राहुल पासवान ने बताया की महाविद्यालय में छात्र-छात्राओं के ज्वलंत मांगों को पूरा करने एवं महाविद्यालय खाते में पूर्व से जमा अरबों रुपए को नाजायज तरीके से लूट-खसोट नहीं करने को लेकर कई बार प्रधानाचार्य को पूर्व में आवेदन में दिया गया है, लेकिन प्रधानाचार्य ने तानाशाह का उदाहरण देते हुए छात्रों के मांग पर ध्यान नहीं दिए और अपनी मनमानी करते रहे। जिस कारण मजबूर होकर छात्र-छात्राओं ने अपनी मांगों को पूरा करने के लिए धरना-प्रदर्शन एवं तालाबंदी करने को बाध्य हुए। वही छात्र छात्राओं ने अपनी 15 सूत्री मांग रखा है।
उनकी मांगें निम्न हैं :-
1). स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर सत्र 2020-22 तथा 2015 से लेकर अद्यतन तक स्नातक से स्नातकोत्तर तक एससी/एसटी एवं सभी वर्ग के गर्ल्स स्टूडेंट से महाविद्यालय प्रशासन के द्वारा नामांकन में अवैध रूप से लिए गए राशि को छात्र-छात्राओं को अविलंब वापस किया जाए। इस संबंध में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा के अध्यक्ष छात्र कल्याण के द्वारा महाविद्यालय को 17-02-2021 को आदेश निर्गत किया जा चुका है।
2). सत्र 2020-21 में महाविद्यालय प्रशासन के द्वारा छात्र-छात्राओं से लिए गए छात्र संघ राशि को छात्र संघ खाते में अविलंब हस्तांतरण किया जाए।
3). महाविद्यालय खाते में पूर्व से जमा विभिन्न मद के अरबों रुपए को प्रधानाचार्य डॉ० अनिल कुमार मंडल के द्वारा नियम परिनियम के विपरीत वित्तीय अनियमितता कर विकास के नाम पर लूट खसोट किया है। महाविद्यालय खाते के कोशों को प्रधानाचार्य के द्वारा बिल्कुल ही खाली कर दिया गया है। इसमें ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा के कुलपति और कुलसचिव की भूमिका संदिग्ध है। इसीलिए इसका जांच विजिलेंस विभाग से कराना अति आवश्यक है। महाविद्यालय खाते में इतना भी राशि नहीं बचा है कि महाविद्यालय का बकाया बिजली बिल का भुगतान किया जा सके।
4). प्रधानाचार्य के द्वारा सभी प्रकार के महाविद्यालय खाते में जमा सभी मद की अरबों रुपये को 1 वर्ष के भीतर एक भवन को तीन-तीन बार रंग रोगन के नाम पर खर्च कर दिया गया है, जो घोर वित्तीय अनियमितता है, फंड ट्रांसफर करने का अधिकार किसी के पास नहीं है।
5). प्रधानाचार्य के द्वारा महाविद्यालय के लाइब्रेरी में जीएसटी का पुस्तक क्रय कर लगभग आठ लाख का वित्तीय अनियमितता किए हैं, क्योंकि जीएसटी पुस्तक का लेखक खुद प्रधानाचार्य हैं। जीएसटी पुस्तक का ऑर्डर करने वाला खुद प्रधानाचार्य है और जीएसटी पुस्तक का लगभग आठ लाख का भुगतान करने वाला खुद प्रधानाचार्य डॉ० अनिल कुमार मंडल है। इस तरह स्वंय को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से घोड़ वित्तीय अनियमितता कर लगभग आठ लाख का गबन किया गया है, जिसकी जांच विजिलेंस विभाग से कराना अति आवश्यक है।
6). विधानसभा चुनाव-2020 के क्रम में जिला प्रशासन के द्वारा महाविद्यालय में विभिन्न तरह से कार्य कराया गया था। उन कार्यों का भुगतान जिला प्रशासन के द्वारा किया गया, किंतु प्रधानाचार्य द्वारा उक्त कार्यों को कागज पर कार्य करके फर्जी तरीके से राशि का गबन कर लिया गया है।
7). प्रधानाचार्य इस कॉलेज में अलावा एम.एल.एस. कॉलेज सरिसावपाहि में प्रधानाचार्य के अतिरिक्त प्रभार में थे। उक्त सरिसवपाही कॉलेज के खाते को लूट कर बिल्कुल खाली करने के बाद विश्वविद्यालय के द्वारा पुनः बी.एम. कॉलेज, रहिका का प्रधानाचार्य का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। बी.एम. कॉलेज, रहिका में पदभार ग्रहण करने के 1 माह के अंदर लगभग 50 लाख का लूट खसोट प्रधानाचार्य के द्वारा किया गया है, जिसका विजिलेंस जांच जरुरी आवश्यक है।
8). आर.के. कॉलेज में शिक्षा शास्त्र विभाग सत्र 2021-23 प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं का परीक्षा केंद्र साजिश के तहत प्रधानाचार्य डॉ० अनिल कुमार मंडल के द्वारा जेएमडीपीएल महिला कॉलेज मधुबनी कर दिया गया है। जेएमडीपीएल महिला कॉलेज जिले के शहर के बीचो बीच रहने एवं उस कॉलेज का कैंपस बहुत ही छोटा होने के कारण यातायात एवं परीक्षा देने में छात्र-छात्राओं को काफी असुविधा का सामना करना पर सकता है, इसीलिए आर के कॉलेज में शिक्षा शास्त्र विभाग सत्र 2021-23 प्रथम वर्ष के छात्र- छात्राओं का परीक्षा केंद्र पूर्व की तरह बी.एम. कॉलेज रहिका में किया जाए।
9). महाविद्यालय हेतु सामग्रियों की खरीद बाजार मूल्य से 5 गुना अधिक दर पर किया गया है। इसकी भी जांच होनी चाहिए।
10). प्रधानाचार्य डॉ० अनिल कुमार मंडल के कार्यकाल में महाविद्यालय द्वारा किए गए प्रत्येक भुगतान की जांच विजिलेंस विभाग से कराई जाए।
11). प्रधानाचार्य के कार्यकाल में महाविद्यालय के आमदनी एवं खर्चों का अंकेक्षण एजी के अंकेकक्षकों से कराई जाए।
12). बीबीए और बीसीए के नामांकन में छात्रों से लिए गए पैसों का भारी पैमाने पर लूट किया जा रहा है।
13). प्रधानाचार्य महाविद्यालय का पठन-पाठन का माहौल बिल्कुल ही ठप कर दिए है। यह सिर्फ महाविद्यालय कोष को खाली करने में रुचि रखते हैं।
14). महाविद्यालय में नियमित वर्ग संचालन एवं प्रायोगिक वर्ग संचालन की व्यवस्था अभिलंब शुरू कराई जाए।
15). महाविद्यालय स्थित गर्ल्स हॉस्टल जिम गर्ल्स कॉमन रूम एवं वाइज कॉमन रूम को छात्र-छात्राओं के लिए अविलंब शुरू किया जाए।
छात्र-छात्राओं ने सभी वर्णित बिंदुओं की जांच बिहार सरकार के विजिलेंस विभाग से कराई जाने की मांग की है।
वही प्रधानाचार्य डॉ० अनिल कुमार मंडल से ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा के कुलपति एवं कुलसचिव की मिलीभगत की बात कही है। आक्रोशित छात्रों ने कहा यदि उक्त वर्णित सभी बिंदुओं की जांच अविलंब नहीं कराई गई, तो छात्र संघर्ष समिति महाविद्यालय से लेकर विश्वविद्यालय तक चरणबद्ध आंदोलन करने को बाध्य होगी, जिसकी सारी जवाबदेही महाविद्यालय तथा विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।
इस धरना में मुख्य रूप से सुरेश कुमार सिंह, बादल गुप्ता, संजय पासवान, पप्पू यादव, नीतीश मिश्रा, अनिल मिर्जा, विकास यादव, मुलायम सिंह, मणि शंकर यादव, दीपक कुमार पासवान, अशोक कुमार यादव, प्रमोद कुमार, मुन्ना यादव, बबलू यादव, रंजीत कुमार यादव, पद्मकान्त यादव, मोहम्मद शाहनवाज, मोहम्मद लवली, मुकेश कुमार यादव, किसन बारी, दयानंद सह, मोहम्मद इकबाल, बादशाह खान, मिंटू कुमार यादव, मोहम्मद नजमुल होदा, सुधीर कुमार यादव, सुजीत कुमार यादव, रूपेश कुमार, एहतेशाम उल हसन, धनंजय कुमार मिश्रा, ज्योति कुमारी, पूजा कुमारी, प्रिंसी कुमारी झा सहित सैकड़ों छात्र छात्राओं ने प्रदर्शन में भाग लिया।