मधुबनी जिले के अंधराठाढ़ी प्रखंड कार्यालय परिसर में रविवार को खरीफ महाअभियान 2022 के तहत एक कर्मशाला सह किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
प्रमुख पूनम कुमारी, पूर्व ज़िलापार्षद शुभंकर झा, मौजूदा जीप सदस्य रामानंद राय, मुखिया मुन्नी कुमारी, सांसद प्रतिनिधि कुमार लाल मिश्र, विधायक प्रतिनिधि अरविंद कुमार चौधरी, पंसस सह प्रखण्ड जद यू अध्यक्ष कुंदन कुमार कमलेश, प्रखण्ड आत्मा अध्यक्ष भवेश कामत, पंसस शैलेंन्द्र मिश्र, बीडीओ रामनाथ कुमार, बीएओ आलोक कुंमार, प्रखंड पशुपालन डॉ० जितेंद कुमार, किसान कृष्णमोहन चौधरी आदि ने दीप जला कर संयुक्त रूप से कर्मशाला का उद्घाटन किया।
प्रमुख पूनम कुमारी और बीडीओ ने कहा कि सरकार किसानों की आय दोगुनी करना चाहती है।इसके लिए ढेर सारी सरकारी योजनायें हैं। किसानों को इन योजनाओं का लाभ लेना चाहिए।पंसस सह प्रखण्ड जद यू अध्यक्ष कुंदन कुमार कमलेश और पूर्व जिला पार्षद सह प्रखण्ड कांग्रेस अध्यक्ष शुभंकर झा ने कृषि महकमा के कर्मियों को सलाह दी कि वे लोग अतिरिक्त समय देकर भी किसानों को अत्याधुनिक जानकारी, सलाह, सरकारी सुविधा और मदद बिना किसी बाधा के किसानों तक पहुंचाने का प्रयास करें, ताकि किसानों की आय और समृद्धि दुगुनी हो।
प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी आलोक कुमार, कृषि बैज्ञानिक राहुल कुमार, रामचंद्र महतो, हेमचंद झा ने मिट्टी जांच, श्री बिधि, जीरोटिलेज, पैड़ीट्रांसप्लांटेशन, मुख्य मंत्री तीब्र बीज योजना, पशुपालन, उद्यान, वर्मी कम्पोस्ट आदि के बारे में किसानों को विस्तृत जानकारी दी। उनलोंगो ने बताया कि बैज्ञानिक पद्धति से खेती करने से उत्पादन अधिक होता है और समय की भी बचत होती है।प्रशिक्षक और कृषि विशेषज्ञों ने उन्नत खेती और बैज्ञानिक तरीके एबं नवीनतम पद्धति से खेती करने के गुर भी सिखाया।
जिला पार्षद रामानंद राय ने मूंग फसल की समस्या से अवगत कराते हुए कहा कि वितरित मूंग बीज के लत्तर में फली नही लगी है, अगर कहीं लगी भी है तो बहुत छोटी है। उन्होंने कृषि विशेषज्ञ से इस समस्या का निदान बताने का आग्रह किया। महाअभियान सह प्रशिक्षण में भाग लेने बालों में नवीन कुमार मिश्र नवल किशोर राय, गौरी शंकर यादव, प्रदीप झा, दिलीप पासवान, अरुण कुमार राय, रमाकांत राय आदि कृषि महकमा कर्मियों के अलाबे शंकर साह, तारकेश्वर, रमण कुमार, संजय कुमार, परीक्षण यादव, ललित पासवान, सुमित पासवान, उषा देवी, मंजू देवी, रितु देवी, रंजू देवी, रूबी खातून, नीलम देवी, नारायण चौपाल आदि प्रमुख थे।