• कमला पश्चिमी मुख्य नहर और इसकी वितरणियों के पुनर्स्थापन की योजनाओं को जल संसाधन मंत्री ने दी मंजूरी
•जिले के हरलाखी, मधवापुर, जयनगर और बासोपट्टी प्रखंड के बड़ी संख्या में किसान लाभान्वित होंगे
जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने मधुबनी जिले को एक साथ दस सिंचाई योजनाओं की सौगात दी। कमला कमला पश्चिमी मुख्य नहर और इसकी वितरणियों के पुनर्स्थापन की इन योजनाओं से हरलाखी, मधवापुर, जयनगर और बासोपट्टी प्रखंड के बड़े क्षेत्र में ह्रासित सिंचाई क्षमता पुन: बहाल हो जाएगी और बड़ी संख्या में किसान लाभान्वित होंगे। इन योजनाओं की कुल अनुमानित लागत राशि करीब 10 करोड़ 67 लाख रुपये है। जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने इन सभी योजनाओं को मंजूरी दे दी है।
बिहार में हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निश्चय को धरातल पर उतारने के लिए जल संसाधन विभाग पूरे प्रदेश में चयनित योजनाओं पर कार्य शुरू करने की तैयारी कर रहा है। इनमें कमला नहर प्रमंडल, जयनगर के परिक्षेत्राधीन मधुबनी जिले में कमला पश्चिमी मुख्य नहर और इसकी वितरणियों के पुनर्स्थापन की दस योजनाओं का चयन किया गया है।
कमला पश्चिमी मुख्य नहर के किमी 0.00 से किमी 16.059 तक (किमी 1.737 से किमी 1.83 को छोड़कर) के पुनर्स्थापन कार्य के लिए चार योजनाओं का चयन किया गया है, जिन पर कुल पांच करोड़ सत्तर हजार नौ सौ रुपये खर्च होंगे। इनमें जयनगर प्रखंड में कमला पश्चिमी मुख्य नहर के किमी 0.00 से किमी 1.737 तक और किमी 1.83 से किमी 9.57 तक, बासोपट्टी प्रखंड में किमी 9.57 से किमी 11.86 तक, हरलाखी प्रखंड में किमी 11.86 से किमी 16.059 तक पुनर्स्थापन कराया जाएगा। इससे जयनगर, बासोपट्टी और हरलाखी प्रखंड में बड़े इलाके में ह्रासित सिंचाई क्षमता का पुनर्स्थापन होगा।
इसी तरह पकड़ी वितरणी के किमी 0.00 से किमी 18.313 तक पुनर्स्थापन के लिए कुल छह योजनाओं का चयन किया गया है, जिनकी कुल प्राक्कलित राशि 05 करोड़ 66 लाख 30 हजार 06 सौ रुपये है। इन योजनाओं में हरलाखी प्रखंड अंतर्गत पकड़ी वितरणी के किमी 0.00 से किमी 3.06 तक, किमी 3.06 से किमी 3.60 किमी तक, किमी 3.60 से किमी 4.32 तक, किमी 4.32 से किमी 9.36 तक और किमी 9.36 से किमी 14.57 तक का पुनर्स्थापन शामिल है। इसके साथ ही मधवापुर प्रखंड में पकड़ी वितरणी के किमी 14.57 से किमी 18.313 किमी तक पुनर्स्थापन कार्य कराया जाना है।
उक्त स्थानों पर नहर प्रणाली और वितरणी के क्षतिग्रस्त होने के कारण उसकी सिंचाई क्षमता का ह्रास हो गया था। इनके पुनर्स्थापन कार्य को मंजूरी मिलने पर क्षेत्र के दर्जनों गांवों के किसानों को लाभ होगा।
उल्लेखनीय है कि जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा के निर्देश पर मिथिला में मृतप्राय नहरों और उनकी वितरणियों के पुनर्स्थापन की कई अन्य योजनाओं को भी स्वीकृति मिलने वाली है। साथ ही मिथिला की महत्वाकांक्षी पश्चिमी कोसी नहर परियोजना को पूरा कराने का कार्य भी तत्परता से कराया जा रहा है।