मधुबनी।
आर.के. कॉलेज,मधुबनी के प्रधानाचार्य डॉ० फूलों पासवान एक विवादित बयान को लेकर विवाद के घेरे में चल रहे है। आपको बता दे की प्रधानाचार्य द्वारा एक मीडिया के माध्यम से छात्र संघ की तुलना पाकिस्तान की एक आतंकी संघठन (टीटीपी) से किया था, जिसको लेकर छात्र संघ ने खूब बबाल किया। यहां प्रधानाचार्य का पिछले दिनों कॉलेज गेट पर पुतला दहन भी किया गया। यह मामला इतना तूल पकड़ लिया है कि अब रुकने का नाम ही नही ले रहा है।
वही इस मामला को लेकर छात्र संघर्ष समिति के शोशल मीडिया प्रभारी सचिन कुमार ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि छात्र संघ की तुलना किसी आतंकी संघठन से तुलना करना कहा तक ठीक है। जिस तरह प्रधानाचार्य द्वारा आर.के. कॉलेज के जीते हुए छात्र संघ के पदाधिकारी को असामाजिक तत्व एवं आतंकी कह के संबोधन किए हैं। मैं ऐसे शब्द का पुरजोर तरीके से निंदा करता हूं। कॉलेज के छात्रसंघ पदाधिकारी को कॉलेज के 25000 छात्र-छात्राओं ने मिलकर निर्वाचित किए हैं, जो संवैधानिक तरीके से अपना मताधिकार के माध्यम से प्रधानाचार्य सिर्फ छात्रसंघ पदाधिकारी को असामाजिक तत्व एवं आतंकी नहीं कहे हैं, बल्कि महाविद्यालय के 25000 छात्रों को आतंकी एवं असामाजिक तत्व कहे हैं। इसके लिए प्रधानाचार्य को कॉलेज के तमाम छात्र छात्राओं से माफी मांगने की जरूरत है। उन्होंने कहा की छात्रों के लिए किया गया संघर्ष के बदौलत लगातार 3 वर्षों से छात्र संघ चुनाव में छात्र संघर्ष समिति का उम्मीदवार जिले के अधिकांश कॉलेज में विजय प्राप्त करते हैं। छात्र संघर्ष समिति
जिले के सबसे मजबूत एवं सशक्त छात्र संगठन है, जो विगत 20 वर्षों से छात्र छात्राओं युवा नौजवान के हक एवं अधिकार के लिए लड़ाई लड़ती है, और जब-जब छात्रों के ऊपर विकट परिस्थिति उत्पन्न होती है, तो छात्र संघर्ष समिति के अध्यक्ष संतोष यादव पहली पंक्ति में खड़े होकर समस्त छात्र-छात्राओं युवा नौजवान को मान-सम्मान एवं हक अधिकार दिलाने का काम करते हैं। छात्र संघर्ष समिति एक गैर राजनीतिक छात्र संगठन है, जिसमें जिला के लाखों छात्र-छात्राएं युवा नौजवान जुड़े हुए हैं।