मधुबनी।
राजद में अच्छी पैठ रखने वाले समीर कुमार महासेट को इस सरकार में नए मंत्रिमंडल में जगह मिली है। उनको पहली बार उद्योग मंत्री बनाया गया है। इनके मंत्री बनाए जाने से जिले में खुशी की लहर है।
नागरिक अभिनंदन समारोह में उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ को आयोजन समिति के सदस्य समाजसेवी अरुण राय, निर्मल राय, सुनील नायक, पप्पू सिंह, कप्पू सिंह, वीरेंद्र सिंह, गणेश सिंह सहित अन्य लोगों द्वारा मखाना माला एवं पाग, दोपटा से सम्मानित किया। बैद्यनाथ यादव की अध्यक्षता में समारोह को पूर्व विधायक रामकुमार यादव, सीताराम यादव, रामावतार पासवान, समाजसेवी अरुण राय, निर्मल राय, सुनील नायक सहित महागठबंधन के अन्य नेताओं ने संबोधित किया।
वहीं, मंच संचालन उदय जायसवाल व सुनील नायक ने किया।
मंत्री को मिथिला पेंटिंग, पाग, दोपटा भी भेंट की गई।
समारोह में पूर्व विधायक सीताराम यादव, कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रो० शीतलांबर झा, मिथिलेश झा, अनिल सिंह, निवर्तमान मुख्य पार्षद सुनैना देवी, मो० साकिर हुसैन, धीरज सिंह, विजय राय, प्रत्युष कुमार, अवधेश प्रसाद, कृष्णकांत झा गुड्डू, मो० जहांगीर अली, असलम अंसारी, प्रो० जे.पी. सिंह, लव कुश शर्मा, मेराज आलम, केदार झा, वारिस अंसारी, अरुण यादव, सुरेशचंद्र चौधरी, संजय मिश्रा, अमानुल्लाह खान, देव नारायण यादव, अमरेंद्र चौरसिया, चंद्रशेखर झा सुमन, सुरेन्द्र महतो आदि भी मौजूद थे।
सभा को संबोधित करते हुए उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ ने कहा कि मिथिला का औद्योगिक क्रांति के प्रतीक मधुबनी के लोहट चीनी मिल परिसर में आने वाले महीनों में दो एथेनाल उत्पादन इकाई की शुरूआत की जाएगी। सकरी व रैयाम चीनी मिल को शुरू करने की संभावनाओं की तलाश कर बिहार सरकार को प्रस्ताव भेजी जाएगी। लोहट चीनी मिल परिसर में दो एथेनाल उत्पादन इकाई की शुरूआत से मधुबनी सहित मिथिला के दस हजारों लोगो को रोजगार मिलेगा। सैकड़ों उद्यमियों को कृषि आधारित लघु उद्योग के माध्यम से रोजगार के अवसर मिलेंगे। पलायन रुकेगा। किसान खुशहाल होंगे। इससे बिहार को आत्मनिर्भर बनाने में सफलता मिलेगी। मंत्री ने कहा कि लोहट चीनी मिल परिसर में 800 करोड़ से अधिक राशि से दो इथेनाल उत्पादन इकाई शुरू होने से प्रारंभिक दौर में प्रतिदिन करीब पांच लाख लीटर इथेनाल का उत्पादन होगा। इसके लिए प्रतिदिन 260 टन से अधिक मक्का, चावल, गन्ना की खपत होगी। इससे पशु आहार एवं पोल्ट्री आहार का उत्पादन होगा। इथेनाल उत्पादन इकाई द्वारा किसानों को धान व गेंहू के बीच के समय में मक्का उत्पादन की ट्रेनिंग और प्रोत्साहन दिया जाएगा। मंत्री ने कहा कि दरभंगा सुगर कंपनी के तहत वर्ष 1914 में लोहट चीनी की स्थापना किया गया था। मंत्री ने कहा कि राज्य में घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देकर उत्पादित वस्तुओं की बिक्री बढ़ाई जाएगी। उन्होंने आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि बिहार में उत्पादित वस्तुओं की खरीदारी से यहां के उत्पादकों की आर्थिक स्थिति अच्छी होगी। सरकार को जीएसटी का लाभ मिलेगा, जिससे बिहार का विकास आगे बढ़ेगा।
बता दें कि समीर कुमार महासेठ पहली बार 2015 में राजद कोई से मधुबनी के विधायक बने।
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में समीर कुमार महासेठ ने राजद प्रत्याशी के रुप में लगाताद दूसरी बार चुनाव में जीत दर्ज की।
पूर्व मंत्री राजकुमार महासेठ के पुत्र समीर महासेठ को पहली बार मंत्री बनाया गया है। इससे पहले वे स्थानीय क्षेत्र प्राधिकार, मधुबनी से विधान परिषद सदस्य भी चुने जा चुके हैं।
मधुबनी शहर के गिलेशन बाजार निवासी समीर कुमार महासेठ एम.कॉम. डिग्रीधारी हैं। समीर महासेठ वैश्य समाज से आते हैं। पिछले चुनाव में मधुबनी विधानसभा सीट से इन्होनें एनडीए के घटक दल रहे वीआइपी के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे भाजता नेता सुमन महासेठ को पराजित किया था। इस बार के मंत्रिमंडल में वैश्य समाज से एकमात्र चेहरा समीर महासेठ ही रहे हैं। राजद ने इन्हें मौका देकर वैश्य समाज पर अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश की है। इनके विरूद्ध कोई आपराधिक मामला नहीं है।
बताते चलें कि मधुबनी जिले कुछ ऐसे नाम थे, जिन्हें पहले से मंत्री बनना तय माना जा रहा था।
नागरिक अभिनंदन समारोह में पत्रकारों से कहा कि उद्योग विभाग की योजनाओं के क्रियान्वयन की गति को बढ़ाने की आवश्यकता है। पूरे प्रदेश में नए-नए उद्योग लगाकर हम रोजगार का सृजन करेंगे। उद्योग मंत्री ने कहा कि हमारी पूरी कोशिश होगी कि बिहार के प्रोडक्ट पूरे देश में दिखें। कुटीर उद्योगों के साथ-साथ बड़े उद्योगों का भी विकास हो। हर माह एक हजार उद्योग लगे इस लक्ष्य पर हम काम आगे बढ़ाएंगे।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उद्यमी योजना का लाभ अधिक से अधिक लाभुकों तक पहुंचाया जाए। बिहार में निवेश को इच्छुक उद्यमियों सिंगल विंडो सिस्टम के माध्यम से हर प्रकार की सुविधा दी जाए। उन्होंने कहा कि वह स्वयं जाकर नए उद्यमियों को बिहार में निवेश के लिए आमंत्रित करेंगे। विभाग के अधिकारियों ने उद्योग मंत्री को विभाग की नयी नीतियों व उद्यमियों को उपलब्ध करायी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। उद्योग विभाग सूबे में औद्योगीकरण को प्रोत्साहित करने के लिए बिहार में बने उत्पादों की बिक्री पर जोर देगा। राज्य के लोगों से बिहार में बने उत्पाद खरीदने की अपील की जाएगी। इसके साथ ही सूबे में निवेश को बढ़ावा देने के लिए देश-विदेश की कंपनियों को फैक्ट्री लगाने के लिए आमंत्रित किया जाएगा।
पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने बताया कि उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए विभाग जरूरी तैयारी कर रहा है। तीन माह में कार्य दिखने लगेगा। बिहार को इंडस्ट्रियल हब बनाया जाएगा। इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी को दूर की जाएगी। बेला औद्योगिक क्षेत्र को बेहतर बनाया जायेगा, इसके लिए जरूरी तैयारी चल रही है। सीएम उद्यमी योजना के तहत स्टार्टअप शुरू करने के लिए युवाओं को राशि उपलब्ध करायी जा रही है। इसके लिए करीब 16 हजार युवाओं का चयन हुआ है। उन्होंने भाजपा पर बिहार को बदनाम करने का आरोप लगाया। भाजपा द्वारा बार-बार जंगलराज का मुद्दा उठाया जा रहा है। इससे राज्य की छवि पर असर पड़ेगा। इसका खामियाजा राज्य के लोगों को उठाना पड़ सकता है। बिहार में बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है, ऐसे में लोग नौकरी की तलाश में दूसरे राज्यों में पलायन करते हैं। वहीं, अब इस मामले को लेकर बिहार सरकार के नए उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ ने केंद्र सरकार पर करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार ने दो करोड़ नौकरी दी होती, तो पलायन की स्थिति न बनती। भारत सरकार अपने कर्तव्यों का पालन करे, हम अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे। तो बिहार का विकास जरूर होगा और हर हाथ को काम मिलेगा।
उन्होंने कहा कि कहा कि हमारे नेता ने हम पर जो विश्वास जताया है, उनके सपनों को पूरा करूंगा। उद्योग विभाग बड़ा विभाग है, सरकार हो या आम जनता सभी को इस विभाग से काफी उम्मीद रहती है।
