मधुबनी जिले मे लगातार बढ़ रही आपराधिक घटनाएं, प्रशासन पूरी तरफ अपराधियों के सामने फैल
*विगत दिनों आपराधिक घटनाए में हुई वृद्धि
*पत्रकार को पिस्टल सटा कर हुई लूट
- मामले मे पुलिस अब भी खाली
*सरकार की उदासीनता पुलिस प्रशासन की लापरवाही के कारण आए दिन हो रही वारदात - जिले भर के पत्रकारों मे बढ़ रहा आक्रोश
बिहार में जंगलराज पूर्ण रूप से स्थापित हो चुका है। बिहार सरकार की उदासीनता के कारण पुलिस प्रशासन सुस्त पड़े हुए है। रोजाना आपराधिक घटनाए घट रही है। लूट, डकैती, छिनतई, हत्या ये सब अब आमबात हो गया है। वहीं जितनी भी घटना घटित हुई है, उसमें प्रायः पुलिस का हाथ खाली ही रहता है।
विगत दिनों मधुबनी जिले के बासोपट्टी थाना से महज कुछ ही दूरी पर एक व्यक्ति से चालीस हजार से अधिक राशि लूट लिया गया। पाँच दिन पहले दैनिक अखबार के पत्रकार को पिस्टल सटा कर मोबाइल,बैग,जैकेट सहित अन्य सामग्री कलुआही थाना क्षेत्र अंतर्गत नरेला के आसपास लूट लिया गया। उसी दिन आसपास के कई जगहों पर घटना घटी। तीन दिन पूर्व खजौली में डकैती कांड हो गया। सभी घटनाओं में पुलिस की सक्रियता नगण्य देखने को मिल रही है। पत्रकार के साथ हुई घटना को लेकर पत्रकार के संगठन पत्रकारों का सबसे बड़ा एवं सक्रिय संगठन “आईरा” के द्वारा निंदा प्रस्ताव पारित किया गया है। संगठन के जिलाध्यक्ष अजयधारी सिंह की अध्यक्षता मे पत्रकारों की एक आपात बैठक किया गया, जिसमें निर्णय लिया गया है कि घटना का उद्भेदन अगर जल्द नही होगा, तो सभी पत्रकार साथी पुलिस अधिक्षक कार्यालय, मधुबनी के गेट पर बैठ कर धरना देंगे।
मधुबनी जिले में लगातार बढ़ रही आपराधिक घटनाओं के साथ-साथ पत्रकार के साथ हुई घटना को लेकर भाजपा कोटे से खजोली विधायक अरुण शंकर प्रसाद ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा की बिहार पूर्व की भांति जंगलराज के चपेट में चला गया है। वर्तमान सरकार के मुख्यमंत्री कठपुतली बने हुए है। उन्होंने कहा कि पहले लोग अपने घर को दुरुस्त रखता है। उसके बाद बाहर लेकिन बिहार की स्थिति बदहाल हो रही है, लेकिन मुख्यमंत्री को अपने घर का कोई फिक्र नही है।