मधुबनी जिले के खजौली प्रखंड में एक तरफ प्रशासनिक स्तर पर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लाभ पाए लाभार्थियों को तय समय सीमा में आवास की निर्माणपूर्ण करने की निर्देशित किया जा रहा है। वही दूसरी ओर प्रखंड क्षेत्र के दतुआर और सुक्की पंचायत के दो हजार से अधिक परिवार, जो प्रधानमंत्री आवास योजना की सरकार के द्वारा जारी मानक पर खरा उतरने की रहने के बाबजूद इस परिवार को आज तक समुचित रूप से अपने आवासीय घर में चैन से सोने के वर्षों से लालायित है। कई ऐसे भी परिवार में है, जिनके मुखिया आवास योजना की सूची में अपना नाम जुड़वाने के लिए सभी कवायदा पूरा करने के बाद भी सूची में नाम जुड़वाने के आस में स्वर्ग को भी सिधार गए।इस बाबत सुक्की पंचायत के मुखिया अशोक कुमार सिंह बताते है की पूरे पंचायत में करीब सात सौ से अधिक परिवार ऐसे है, जो आवास विहीन है। जिसका नाम आज तक प्रधानमंत्री आवास योजना की सूची में जुड़ नही पाया। लोग दिन प्रति दिन मुखिया सहित प्रखंड मुख्यालय की चक्कर लगाने की मजबूर है, लेकिन जरूरतमंद की इस सूची में नाम जुड़वाने के लिए किसी भी प्रकार की कोई परक्रिया नही होने के कारण लोग लोगों में मायूसी छाया हुआ है।
वही मुखिया श्री सिंह बताते है कि आवास विहीन परिवार को काफी परेशानी का सामना करना परता है। वही दतुआर पंचायत के मुखिया बब्लू महतो बताते है कि दतुआर पंचायत में जहां करीब पंद्रह सौ से अधिक परिवार आवास विहीन है। वही करीब सैकड़ों परिवार अभी भी भूमिहीन बना हुआ है। इन लोगों को समुचित रूप से रहने के लिए आवास नही रहने के कारण अभी सुखाड़ में तो किसी तरह झोपड़ी किसी तरह अपना जीवन गुजरबसर कर भी लेते है, लेकिन बरसात की मौसम आते ही इन लोगों के लिए परेशानी का सबब बन जाता है।
वही भूमि हीन परिवार के द्वारा कई बार स्थानीय अंचल कार्यालय गुहार लगाने के बाबजूद कई वर्ष गुजर जाने के बाद भी रहने के लिए जमीन नही मिला। घर बनाने के लिए जमीन नही रहने के स्थिती में किसी झोपड़ी झापरी में माल मवेशी के तरह रहने को मजबूर है।
वही सुक्की वार्ड 11 निर्मला देवी,रीता देवी,रामसुंदर देवी,मिथिलेश पासवान,कविता देवी,सुशीला देवी,मधु देवी,विनोद पासवान,मनोज पासवान ,राम लगन पासवान सहित दर्जनों बताते है कि कई बार प्रयास करने के बाबजूद आज तक आवास योजना में नाम नही आया, जबकि पिछले कई वर्षों से नए लाभार्थियों का नाम नही जुड़ पा रहा है।
वही दतुआर पंचायत के भुवनेश्वर सदाय,बिकाऊ सदाय,दिनेश सदाय,उमेश सदाय, दीपन सदाया,बसंत सदाय सहित दर्जनों बताते है की यहां सैकड़ों परिवार ऐसे है, जो भूमिहीन है और उन्हे आज तक लाख गुहार के बाबजूद सरकार की तरफ से जमीन नही मिला।
