हमारा भारत देश अपने आप में अनेक परम्पराएं, मान्यताएं और राज समेटे हुए हैं। देश में कुछ ऐसे भी स्थान हैं जिनकी कहानी इतनी पुरानी और अद्भुत हैं। ऐसी मान्यता है कि इस तालाब में देवी-देवताओं का वास है। इस कारण वर्षों पूर्व इस रास्ते से जब राहगीर गुजरते थे, तब वो विनती कर तालाब से बर्तन की मांग करते थे। स्थानीय लोगों के मुताबिक मांगने पर अचानक तालाब से बर्तन बाहर आ जाते थे, फिर राहगीर खाना बनाकर बर्तन साफ कर पुनः तालाब के किनारे रख दिया करते थे। बर्तन खुद-ब-खुद अंदर चला जाता था।
ऐसा ही एक मधुबनी जिले के बासोपट्टी प्रखंड का मुख्य धरोहर ऐतिहासिक तालाब पर संकट छाया हुआ है। कई वर्षो से तालाब का जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यीकरण का आस स्थानीय लोगो में लगा हुआ है, परंतु सरकार की ओर से कोई पहल नही हो पाने से स्थानीय लोग मायूस है। लोग तालाब की दुर्दशा को देखकर टकटकी लगाने पर विवश है।
मालूम हो कि बासोपट्टी में बभनदई तालाब के नाम से जाना जाता है। इस तालाब को ऐतिहासिक रूप दिया गया है। स्थानीय लोगो का कहना है कि पूर्व से ही इस तालाब में नहाने से कई लोगो का मन्नते पूरी हुई है। वैसे लोगो का विश्वास इस तालाब पर अभी तक बना हुआ है। उक्त तालाब कभी बासोपट्टी बाजार एवं चौक का आकर्षक केंद्र माना जाता था, परंतु सौंदयीकरण एवं जीर्णोधार के अभाव में यह तालाब पीड़ित हो चुका है। हालांकि तालाब पर कई जगहों पर विभिन्न मद से तालाब का घाट का निर्माण भी हो चुका है।
स्थानीय विधायक अरुण शंकर प्रसाद ने तालाब घाट का उद्घाटन किए हैं।फिलहाल हालत यह है कि तालाब में उड़ाही नही होने से भी समस्या उत्पन है। कुछ स्थानीय लोगो ने बताया कि पूर्व में यह तालाब करीब 52 बीघे में फैला हुआ था, परंतु तालाब का विकास नहीं होने पर खतरा मंडरा रही है। यह तालाब कभी मन्नते पूरी करती थी अब खुद तालाब पीड़ित हैं। हिंदू धर्म में किसी भी त्योहार एवं पूजा-पाठ के दौरान श्रद्धालु इसी तालाब में स्नान कर पवित्र जल लेने पहुंचते हैं। वहीं तालाब के निकट कई मंदिर भी है। युवाओं का कहना है कि यह तालाब कभी सेल्फी जोन भी माना जाता था, परंतु आज इसकी दयनीय हालत देखकर लोग चिंतित है। स्थानीय लोगो ने तालाब का उड़ाही,सौंदर्यीकरण की मांग किया है, साथ ही कहा कि इस तालाब के बारे में सरकार कोई ठोस पहल करें, ताकि लोगो का सपना पूरा हो सकें।
क्या कहते है विधायक अरुण शंकर प्रसाद :
खजौली विधानसभा के विधायक अरुण शंकर प्रसाद ने कहा कि इस तालाब की सौंदर्यीकरण एवं जीर्णोद्धार के लिए विधानसभा में भी मामला उठाया गया था, परंतु सरकार ने इस पर पहल किया। हालांकि उन्होंने बताया कि जल्द ही तालाब में कई जगहों पर नया घाट का निर्माण कराया जाएगा।