खजौली/#मधुबनी
मधुबनी जिले के खजौली प्रखंड के ठाहर गांव स्थित भैरव स्थान परिसर में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का चौथे दिन कथावाचक पुज्य श्रीहृदयनाथ जी महराज ने भगवान श्री कृष्ण जी की जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया।
कृष्ण जन्म से लेकर, उनकी बाल लीला, रास लीला सहित उनके महिमा का बखान किया।
इस दौरान उन्होंने कहा कि कृष्ण प्रेम बांटने वाले है। दुनिया की कठिन से कठिन काम मधुरवचन व प्रेम से पूर्ण हो जाता है। सभी श्रद्धालुओं को मधुर भाषी बनना चाहिए। मधु भाषा व प्रेम के आगे जटिल से जटिल कार्य चुटकी में निष्पादित हो जाता है। उन्होंने कहा की अहंकार त्याग कर झुकने से मानव को यस कृत सम्मान मिलता है, ऐसा करने वाला मनुष्य शिखर तक पहुंचता है। कथा वाचक श्री शास्त्री ने कहा की भारत की सभ्यता और सांस्कृतिक को पूरे दुनिया सम्मान की भावना से देखते है। सनातन धर्म की रक्षा करना हमलोगों का कर्तव्य है। श्रीमद्भागवत कथा बुजुर्गो के साथ-साथ युवा पीढी को भी श्रवण करना चाहिए। श्रीमद् भागवत का श्रवण करने से जहां लोगों की कल्याण होती है।वही इससे परिवार समाज व देश की विकास समुचित रूप से होता है। उन्होंने कहा की शास्त्र पढ़े एवं अपने बच्चों को पढाये। शास्त्र पढ़कर भाषा सुधरती है। हमें प्रयास करना चाहिए कि श्रेष्ठ जीवन बनाएं, अच्छे कार्य करने का जुनून होना चाहिए। अहंकार उपद्रव करता है और अधिकार रक्षा करती है। अहंकार को स्थिर कर जीवन की रक्षा करना हमारा लक्ष्य होना चाहिए। इस दौरान पूजा पंडाल में कथा श्रवण के लिए श्रद्धालुओं बड़ी तादात में पहुंच रहे है। कथा को लेकर गांव सहित आसपास का वातावरण भक्तिमय वातावरण बना हुआ था।
इस मौके पर श्रद्धालु रूकमिणी देवी, मंगल ठाकुर, मनीष, मयंक सहित सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।