- संस्कृत सप्तपदी नाम से इस वर्ष संस्कृत सप्ताह का होगा आयोजन
- सप्तपदी का आयोजन कर मनाया जाएगा संस्कृत सप्ताह समारोह
- 9 को उद्घाटन एवं 15 को होगा सम्पूर्ति कार्यक्रम
- संस्कृतभारती के कार्यकर्त्ताओं नें संस्कृत सप्ताह को पूरे प्रदेश में धूमधाम से मनाने का लिया निर्णय
- राष्ट्र को उन्नति के शिखर पर पहुंचाने में संस्कृत की भूमिका होगी अहम
- संस्कृताध्ययन से राष्ट्र का होगा समुन्नति
- सामाजिक कूरितियाँ नष्ट करने में संस्कृत भाषा का अध्ययन है आवश्यक
संस्कृत भारती बिहार प्रान्त के तत्त्वावधान में 9 से 15 अगस्त तक संस्कृत सप्ताह मानाया जाएगा। इसको लेकर शनिवार को संस्कृत भारती बिहार प्रान्त के सभी कार्यकर्ताओं की बैठक में इस बात की निर्णय ली गई। इस वर्ष बिहार में संस्कृत सप्तपदी नाम से संस्कृत सप्ताह समारोह का आयोजन किया जाएगा, जिसके तहत सभी जिलों के जिला संयोजकों से आग्रह किया गया है कि वे अपने अपने जनपदों में संस्कृत भारती के कार्यकर्त्ताओं के साथ बैठक कर पंचायत से जनपद स्तर पर्यन्त सात दिनों तक व्यापक रूप से संस्कृत भाषा का प्रचार-प्रसार कर सप्तपदी कार्यक्रम को सफल बनावें। इस बात की जानकारी देते हुए संस्कृत भारती बिहार प्रान्त के प्रान्तप्रचारप्रमुख डॉ० रामसेवक झा ने बताया कि 9 अगस्त को संस्कृत सप्ताह का विधिवत् उद्घाटन किया जाएगा। उसके बाद सभी कार्यकर्ता अपने निवास जिलों में संस्कृत सप्तपदी योजना के अन्तर्गत सप्त विद्यालयों से सम्पर्क स्थापित कर संस्कृत भाषा के माध्यम से होने बाले सामाजिक परिवर्तन के विषयों को अवगत कराएंगे। सात जगहों पर संस्कृत शोभायात्रा, संस्कृत चौपाल, संस्कृत सम्भाषण संदेश पत्रिका के ग्राहकों को जोड़ना, सात घरों में जाकर संस्कृत परिचयपाठ से अवगत कराना, संस्कृत छात्र सम्मेलन कर युवाओं को संस्कृताध्यन पर बल देने हेतु प्रेरित करना तथा सात सरकारी व निजी विद्यालयों से सम्पर्क स्थापित कर संस्कृत के विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन करने हेतु आग्रह करना आदि कार्यक्रम निर्धारित किये गये है।
वहीं डॉ० झा ने बताया कि जिले के सभी निजी एवं सरकारी विद्यालयों व महाविद्यालयों के प्राचार्य को पत्र लिखकर विद्यालयों में संस्कृत सप्ताह का आयोजन करने का निवेदन किया गया है। उन्होंने कहा सामाज में व्याप्त कूरितियों को नष्ट करनें में संस्कृत भाषा की भूमिका अहम है। अतः सभी को रूचि के साथ अपने बच्चों को संस्कृत पढ़ने हेतु प्रेरित करना चाहिए।